आइने में देखने पर आपको पता चलेगा कि आप गोल हो गई हैं और आपके रूप को लेकर लोगों में थोड़ा मुलायमियत का भाव है।
जो महिलाएँ कॉन्टैक्ट लेंस या चश्मे पहनती हैं, आंखों का सूखापन उन्हें अधिक परेशान कर सकता है। हालांकि, ल्युब्रिकेटिंग आई ड्रॉप्स या आर्टिफीशियल टियर्स (कृत्रिम आंसू) से आखों में राहत मिल सकती है। EPF (आई प्रोटेक्शन फैक्टर) 10 वाले सनग्लास पहनने से भी मदद मिलेगी।
स्ट्रेच मार्क (त्वचा पर खिंचाव के चिह्न) तब उभरते हैं, जब त्वचा की मध्य परत यानी डर्मिस में मौजूद कॉलैजन फाइबर्स शरीर के बढ़ते आकार और आकृति के हिसाब से खिंचने लगते हैं औरटूटने लगते हैं दुर्भाग्यवश, स्ट्रेच मार्क के लिए कोई उपचार नहीं है, भले ही आप कितना भी क्रीम या लोशन का इस्तेमाल क्यों न कर लें।
मॉन्टगोमरी'ज़ ट्यूबरकल्स एक तैलीय ल्युब्रिकेंट छोड़ता है, जो आपके निप्पल्स को पोषण देगा और उन्हें मुलायम बनाए रखेगा। नहाते समय अपने स्तनों को धीमे से रगड़ें।
मुंह में यदि अधिक लार स्राव होता हो, तो उससे राहत पाने के लिए च्यूइंग गम चबाएँ या मिंट चूसें।
अपने सिरदर्द के कारण की पहचान करने का प्रयास करें। कैफ़ीन, चॉकलेट, तेज प्रकाश में जाना, पर्याप्त पानी न पीना और बार- बार पर्याप्त न खाने के कारण पैदा होने वाले निम्न रक्त चाप जैसी आम चीज़ें कारण हो सकती हैं। यदि आपको दर्द निवारक दवा लेने की जरूरत होती है, तो अपने डॉक्टर की सलाह पर ही लें।
इस हफ्ते आपके शिशु में होने वाले बदलाव
- अब आपके शिशु के फिंगरप्रिंट्स और फुट प्रिंट्स बन जाते हैं, जो शिशु की अनोखी पहचान होंगे।
- इस अवस्था में आपका शिशु हर हफ्ते लगभग 170 grams वज़न बढ़ाता है और इस हफ्ते इसका वज़न लगभग 680 grams हो जाता है।
- इस हफ्ते शिशु की पलकों और भौंहों का विकास हो रहा होता है।
- आपके शिशु की स्वाद, स्पर्श, नज़र और श्रवण जैसी इंद्रियों का विकास हो रहा होता है, ताकि जन्म के समय तक शिशु, आहार उद्दीपन पर प्रतिक्रिया देने में सक्षम हो जाए।
शिशु के बढ़ते वज़न के लिए हड्डियों, वसा और पेशियों का विकास जिम्मेदार होता है।
इस हफ्ते के सुझाव
गर्भकाल में होने वाले मधुमेह के लिए ग्लूकोज स्क्रीनिंग प्रायः गर्भ के 24 और 28 हफ्ते के बीच की जाती है
जब कभी संभव हो अपने पैरों को ऊपर रखने की आदत बनाएँ, ताकि रक्त के पूलन और जमने से बचा जा सके।
कुछ गर्भवती महिलाएँ एरिओला की परिधि पर छोटे उभारों का (जैसे कि गूज़-बम्प्स [रोंगटे]) अनुभव कर सकती हैं, जिसे मोंटगोमरी ट्यूबरकल्स कहा जाता है। ये आपके निप्पल्स को चिकने बनाने में मदद करते हैं, जो शिशु के स्तनपान करने में मदद करगा।